NEET UG 2025 Cutoff Change – NEET UG 2025 के परिणाम घोषित होने के बाद लाखों मेडिकल स्टूडेंट्स के मन में यह सवाल घूम रहा है कि इस बार कम अंक वालों को MBBS में दाखिला मिलेगा या नहीं। इस साल की प्रतियोगिता पहले से कहीं अधिक कड़ी है, लेकिन इसके बावजूद NEET UG 2025 Cutoff Change ने कई छात्रों को राहत दी है। इस बार ऐसे छात्र जिनके अंक 350 के आसपास हैं, उन्हें भी MBBS कॉलेज में सीट मिलने की संभावना बनी हुई है, खासकर प्राइवेट और डीम्ड यूनिवर्सिटीज में।
NEET UG 2025 Cutoff Change: किन स्टूडेंट्स को मिलेगा MBBS में दाखिल
NEET UG 2025 Cutoff Change के मुताबिक इस बार लगभग 2.40 लाख स्टूडेंट्स ने एग्जाम क्लियर किया है जबकि देशभर में लगभग 1,18,190 MBBS सीटें उपलब्ध हैं। इसका सीधा अर्थ यह है कि 350 नंबर वाले छात्र सरकारी मेडिकल कॉलेज तो शायद न पा सकें, लेकिन प्राइवेट कॉलेज और डीम्ड यूनिवर्सिटी में सीट मिलने की पूरी उम्मीद है। खासतौर पर वो छात्र जिन्होंने अच्छी तरह से डॉक्यूमेंट्स तैयार रखे हैं और समय पर काउंसलिंग में भाग लेंगे, उनके लिए सीट मिलना आसान होगा।
NEET UG 2025 Cutoff Change: कैसे मिलेगा प्रवेश
NEET UG 2025 Cutoff Change के बाद अब कम अंक वालों के लिए भी चांस खुला है। काउंसलिंग में सही चॉइस फिलिंग, कॉलेज की फीस स्ट्रक्चर की जानकारी और राज्य स्तरीय कोटा का सही इस्तेमाल काफी मायने रखेगा। जिन छात्रों की रैंक 2,90,000 से 3,07,000 के बीच है, उन्हें प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए पहले से डॉक्यूमेंट्स तैयार रखने चाहिए। इसके अलावा जिन राज्यों में प्राइवेट कॉलेज ज्यादा हैं जैसे कर्नाटका, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल – वहां कम रैंक वालों को भी सीट मिलने की संभावना ज्यादा रहती है। इस बार NEET UG 2025 Cutoff Change ने यह साफ कर दिया है कि सही प्लानिंग से कम नंबर पर भी एमबीबीएस का सपना पूरा किया जा सकता है।
ये रही कुछ NEET UG 2025 Cutoff Change कॉलेज और Closing Rank
NEET UG 2025 Cutoff Change के अनुसार कुछ कॉलेज ऐसे हैं जो हर साल कम रैंक वाले छात्रों को भी दाखिला देते हैं। उदाहरण के तौर पर Raja Rajeshwari Medical College and Hospital, Bengaluru, Sri Siddhartha Institute of Medical Sciences and Research Center, Yenepoya Medical College, Mangalore, Dr. D.Y. Patil Medical College, Kolhapur और Amrita School of Medicine, Kochi – इन कॉलेजों में पिछले वर्षों की क्लोजिंग रैंक काफी हाई रही है। इसलिए 350 से 400 अंक वालों को ऐसे कॉलेजों पर नजर रखनी चाहिए।
ध्यान रखें कि सरकारी कॉलेज में दाखिला संभव नहीं है लेकिन प्राइवेट और डीम्ड यूनिवर्सिटी में अच्छे विकल्प मौजूद हैं। इसलिए अगर आपके अंक कम हैं तो घबराएं नहीं बल्कि काउंसलिंग में सही रणनीति के साथ शामिल हों।
अस्वीकरण: यह लेख केवल शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी अनुमान और पिछले आंकड़ों पर आधारित है। किसी भी निर्णय से पहले आधिकारिक वेबसाइट और काउंसलिंग नोटिफिकेशन को जरूर चेक करें।